
जीत में ही प्रभु हम दोनों का मान है…
क्योंकि आपके भरोसे हूँ मैं यही मेरी पहचान है…

सुनकर राधा नाम तो साँवरिया भी रीझ जाता है…
चाहे भक्ति का मार्ग हो या दुखों का चक्रव्युह…
राधा नाम लेने वाला हर परिस्थिती में जीत जाता है…
प्रेम से बोलो राधे राधे

और कदम कदम पर ठुकराया गया तब…
आपका ही द्वार नजर आया मुझको मेरे श्याम…
तेरे ही चरणों में सुख पाया…

पूरा करता हो बल्कि भगवान वह है जो…
मन से मनोकामनाओं का नाश करता हो…
जय श्री राम जी

पर होता वहीं है जो मैं चाहता हूँ तू वो कर जो मैं चाहता हूँ,
फिर देख, होगा वहीं जो तू चाहता है…

चाहे दुख में रहूँ चाहे सुख में रहूँ,होंठों पे सदा तेरा नाम रहे…!

जा ज़िंदगी तेरी ज़रूरत नहीं मुझे ठाकुर ने संभाल लिया है…!!

सुनकर “राधा” नाम तो “सांवरिया” भी रीझ जाता है
“राधे राधे”

बनेंगे तेरे बिगड़े काम राम नाम तू जप कर देख।
जय श्री राम — Jai Shri Ram

ये वक़्त भी गुजर जाएगा, ये विश्वास मेरा है।”