
कर न पाऊं कहीं भी
वो जिक्र हो तुम.

इश्क़ करना है तो कर
एहसान ना कर.

जो प्यार नहीं समझ सकते,
वो दर्द क्या समझेंगे.

पर जब तुम मिले तो हम खो गए

सिर्फ आप ही आपका ख्याल रहता है

तेरे इश्क़ का नशा कुछ इस कदर हुआ है

क्या तुम अब हमारे बच्चों का ख्याल रखोगी

तुम हो और हम हो और मोहब्बत हो जाये

जब भी कोई तेरा नाम लेता है

तुम मेरी ज़रूरत हो मेरी ज़िन्दगी हो