
तुम सामने होते हो तो चेहरा यूँ ही गुलाल हो जाता है !!

नीले का मलाल कि हम पीले न हुए !!

और हम होली पर रंग लगाने की हसरत जमाये बैठे हैं !!

मगर मुझे तो रोज़ रंग देती है यादें तेरी !!

ये होली तो तेरे रूखसार छूने का फ़क़त एक बहाना भर है !!

इस होली पर फिर उन्हें रंगने जाना हैं !!

अपनों का प्यार, यही है यारों होली का त्यौहार !!

यादों का बस्ता लिये होली जा रही है !!

सूखे सूखे से लौट आए थे उसे सूखा छोड़कर !!
