
हम समझते नहीं है अपने दुश्मनो को
सीधा जान से मर देते हैं।

जैसे भड़वे के लिए खलनायक हु में।

आओ कभी हवेली पे अगर कोई परेशानी है।

मेरे खिलाफ खड़े मेरे अपने है।

दुश्मन जानते हैं अभी भी
खौफ देख हमें बाप मानते हैं।

अगर कुछ काम होगा तो चाटने लगें

तो पुरानी गलतियों को दोहराने की गलती कभी मत करना

मै खूद को इतना काबील बनाउंगा वो मिलेंगे मूझसे वक्त लेकर!

दुनिया हमारे शौक की नहीं Attitude की दीवानी है

सब के सब निकले गद्दार