
जहाँ अनेकता में एकता है ‘सत्यमेव जयते’ जहाँ का नारा है,
जहाँ मजहब भाईचारा हैवो भारत वतन हमारा है

सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान है

जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी है

शांति प्रेम की देता.. शिक्षा, मेरा भारत सदा सर्वदा

तेरे दामन को कभी चाक न होने देंगे

कम से कम वादा ये करते हैं के मर जायेंगे

इंसानियत ही है धर्म वतन का बस जियो वतन के नाम पर

फक्र से अपना परिचय देते हम सारे हिंदुस्तानी हैं

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है
खुशनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है

फन्दे से मोहब्बत थी हमवतन के मतवालो को