
तीन लोक नौ खंड में ‘महाकाल’ से बड़ा ना कोय॥ जय महाकाल”

महादेव है दीवाने सच्चे मन का – हर हर महादेव॥”

जो भक्त शिव को दिल से चाहता है – हर हर महादेव”

कंकर में शंकर बसे, और जग में महाकाल॥
ॐ नमः शिवाय”

तेरी चाहत में सब को भूल जाता हूँ॥”

जब तक है दम महाकाल के भक्त रहेंगे हम॥
– ॐ नमः शिवाय”

कौन कहेगा उसे अनाथ॥ – हर हर भोले”

मुझे लिखने के साथ साथ पढना भी आता है॥ – जय महाकाल”

जो उतर जाये ये नशा,
नाथो के नाथ भोलेनाथ का है,
जो चढ़ता ही जाय॥ – हर हर भोले”

मेरी ज़िंदगी भोले तेरे बिन अधूरी है॥ – जय महाकाल”