
कोई गुरुर से देखे ये हमे मंजूर नही

शामिल नहीं है हमारी फ़ितरत में सर झुकाना

अगर सबूत देने पर आया तो तू बदनाम हो जायेगी

मैं आवारा बादल हूँ कहीं और बरस जाऊंगा

धोखा देने वालों को मैं दूसरा मौका नहीं देता

गर्दिश में घेर लेते हैं गीदड़ भी शेर को

हवाओं से कहो अपनी औकात में रहें

मोहब्बत की क्या औकात जो हमे ठुकरा दे

मुझे बर्बाद करना चाहते हो तो, मुझसे मोहब्बत कर लो

पर गलत राहो से होकर जाऊ इतनी जल्दी भी नही