काबिल नजरो के लिये हम जान दे दे परकोई गुरुर से देखे ये हमे मंजूर नही न-खुश है हम से इस बात पर ज़मानाशामिल नहीं है हमारी फ़ितरत में सर झुकाना सुन.ना कर शक मेरी मोहब्बत परअगर सबूत देने पर आया तो तू बदनाम हो जायेगी तड़प जाएगी तू प्यार की एक बूँद के लिएमैं आवारा बादल हूँ कहीं और बरस जाऊंगा कोई जान भी ले ले हराकर मुझको तो मंज़ूर हैधोखा देने वालों को मैं दूसरा मौका नहीं देता छेड़े इस शेर को है किसीकी इतनी औकातगर्दिश में घेर लेते हैं गीदड़ भी शेर को बिखर जाएँ टूटकर हम वो पत्ते नहींहवाओं से कहो अपनी औकात में रहें वही हमरे काबिल न था दोस्तों वरनामोहब्बत की क्या औकात जो हमे ठुकरा दे मेरा कुछ ना उखाड़ सकोगे तुम मुझसे दुश्मनी करकेमुझे बर्बाद करना चाहते हो तो, मुझसे मोहब्बत कर लो बुलंदी तक पहुंचना चाहता हूँ मै भीपर गलत राहो से होकर जाऊ इतनी जल्दी भी नही Related Post navigation Sad Shayari Good Morning Shayari