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जरुरत नहीं फ़िक्र हो तुम,
कर न पाऊं कहीं भी
वो जिक्र हो तुम.
बेचैन दिल को और बेचैन ना कर,
इश्क़ करना है तो कर
एहसान ना कर.
क्या फायदा रोने से,
जो प्यार नहीं समझ सकते,
वो दर्द क्या समझेंगे.
मोहब्बत क्या होती है हम नहीं जानते थे
पर जब तुम मिले तो हम खो गए
ना दिन ना रात कुछ ख्याल नहीं रहता है
सिर्फ आप ही आपका ख्याल रहता है
तुझसे न मिलूं तो कहीं दिल नही लगता है
तेरे इश्क़ का नशा कुछ इस कदर हुआ है
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर तुमने मेरा साथ दिया
क्या तुम अब हमारे बच्चों का ख्याल रखोगी
किस्मत वाले हो जाये हम दोनों
तुम हो और हम हो और मोहब्बत हो जाये
न जाने क्यों तेरा ही चेहरा नजर आता है
जब भी कोई तेरा नाम लेता है
तुमसे प्यार करना मेरी आदत नहीं है
तुम मेरी ज़रूरत हो मेरी ज़िन्दगी हो

By rutvi

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