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वक्त ने फंसाया है, लेकिन मै परेशान नहीं हूँ,
हालातों से हार जाऊं, मै वो इंसान नही हु.
वो समझे थे तमाशा होगा
मैंने चुप रह के बाज़ी पलट दी।
मैंने भी बदल दिए हैं ज़िन्दगी के उसूल अब.
जो याद करेगा सिर्फ वही याद रहेगा.
फर्क जीने वालों को पड़ता हैं..
मैंने तो सिर्फ साँस लेने की आदत डाल रखी हैं
देखकर भी नजरअंदाज करते हैं वो
मतलब हम नज़र में तो हैं उनकी
आदतें खराब नहीं है शौक थोड़े ऊंचे है
सूरज की तरह चमकना हैं तो सबसे पहले
उसकी तरह जलना सीखो।।
ज़रा दिल का दर्द कम होने दो
फिर लोगो को उनकी औकात याद दिलाएंगे।।
मैं शून्य हूँ मुझे पीछे ही रखना
मेरा फ़र्ज़ सिर्फ आप लोगो कीमत बढ़ाना हैं
यार आज तो “हिचकियो” पर भी हसी आई
भला मेरी याद भी किसे आई।.

By rutvi

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