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“जिसमें मुझे मज़ा आता है, मैं वही बन रहा हूँ।”
“वक्त मेरा है और इसे मैं अपने ऊपर ही खर्च करूँगा।”
“अच्छा हूं या बुरा हूँ, मैं अपने आप के लिए पूरा हूँ।”
“मैं लाचार हो सकता हूँ, मेरा संघर्ष नहीं। “
“मजदूर हूँ, इसीलिए अमीरों से बहादुर हूँ।”
“बनावटी नहीं ईमानदारी की ज़िंदगी जीते है हम लोग।”
“मैं अपने काम से पहचाना जाता हूं, नाम से नहीं।”
“जीने की एक ही शर्त होती है,
जो अपने मन को पसंद होती है।”
“खुद को नहीं अपने हौसलों को ताकत दीजिए। “
“तू ज़िंदगी में आ गई, अब ज़िंदगी नई नई सी लगने लगी।”

By rutvi

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