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हम बदमाशी के स्टूडेंट है
हम समझते नहीं है अपने दुश्मनो को
सीधा जान से मर देते हैं।
लायक नहीं हु में नालायक हु में तेरे
जैसे भड़वे के लिए खलनायक हु में।
मेरी बदमाशी मेरी निशानी है
आओ कभी हवेली पे अगर कोई परेशानी है।
मेरी औकात से बड़े मेरे सपने है
मेरे खिलाफ खड़े मेरे अपने है।
बदमाशी छोड़ दी हमने
दुश्मन जानते हैं अभी भी
खौफ देख हमें बाप मानते हैं।
पहले भोके फिर काटने लगें
अगर कुछ काम होगा तो चाटने लगें
जब ज़िन्दगी तुम्हे दुबारा मौका दे
तो पुरानी गलतियों को दोहराने की गलती कभी मत करना
इन्कार है जिन्हे आज मुझसे मेरा वक्त देखकर,
मै खूद को इतना काबील बनाउंगा वो मिलेंगे मूझसे वक्त लेकर!
खून में उबाल आज भी खानदानी है ….
दुनिया हमारे शौक की नहीं Attitude की दीवानी है
कैसे अपने कैसे यार
सब के सब निकले गद्दार

By rutvi

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